Tatkal Ticket Booking – अगर आप ट्रेन में यात्रा करते हैं और अक्सर तत्काल टिकट की लाइन में खड़े रहकर भी खाली हाथ लौटते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग सिस्टम को लेकर एक बड़ा और सख्त फैसला लिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, इसका मकसद फर्जी बुकिंग पर रोक लगाना और असली जरूरतमंद यात्रियों को सही समय पर कंफर्म टिकट देना है।
आईआरसीटीसी (IRCTC) पर हर दिन लाखों लोग टिकट बुक करते हैं। खासकर तत्काल टिकट के खुलते ही कुछ ही सेकंड में टिकट गायब हो जाते हैं। यह देखकर अब रेलवे ने गंभीर कदम उठाया है जिससे यात्रियों को थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है। आइए जानते हैं क्या है नया नियम और किसे मिलेगी ट्रेन में चढ़ने की इजाजत।
तत्काल टिकट बुकिंग में मचता है बवाल
IRCTC की वेबसाइट पर हर दिन करीब 2.25 लाख यात्री ऑनलाइन टिकट बुकिंग करते हैं। इनमें से बहुत सारे लोग तत्काल टिकट के जरिए अपनी यात्रा की प्लानिंग करते हैं। लेकिन जैसे ही बुकिंग विंडो खुलती है, कुछ ही सेकंड में हजारों टिकट बुक हो जाते हैं और आम यात्री के हाथ निराशा ही लगती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 24 तारीख को तत्काल टिकट खुलने के सिर्फ कुछ मिनटों में 67 हजार से ज्यादा टिकट बुक हो गए थे, जबकि सीटें 1 लाख से भी ज्यादा थीं। और हैरानी की बात यह कि इनमें से केवल 5615 टिकट ही कंफर्म हुए। इससे यह साफ जाहिर होता है कि कोई न कोई गड़बड़ जरूर हो रही है।
अब क्या है नया नियम?
रेलवे ने फर्जी और बिना आधार लिंक किए हुए यूजर्स पर शिकंजा कसने का फैसला किया है। जो लोग बिना वेरीफिकेशन के आईआरसीटीसी पर टिकट बुक कर रहे थे, अब वे ऐसा नहीं कर पाएंगे।
केवल आधार वेरीफाइड यूजर्स को ही मिलेगी बुकिंग की सुविधा
रेलवे के मुताबिक IRCTC पर इस समय 13 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 1.2 करोड़ यूजर्स ही आधार से लिंक और वेरीफाइड हैं। यानी बाकी करीब 11 करोड़ से ज्यादा यूजर्स या तो फर्जी हैं या फिर किसी नियम का पालन नहीं कर रहे।
फर्जी अकाउंट होंगे डिएक्टिवेट
रेलवे ने यह भी साफ कर दिया है कि ऐसे सभी अकाउंट जो आधार से लिंक नहीं हैं या जिनमें कोई वेरीफिकेशन नहीं किया गया है, उन्हें निष्क्रिय (डिएक्टिवेट) कर दिया जाएगा। इसका सीधा फायदा यह होगा कि तत्काल टिकटों की जो मारामारी है, उसमें सिर्फ असली यात्रियों को ही सही मौका मिलेगा।
क्यों जरूरी है ये बदलाव?
रेलवे का कहना है कि बुकिंग सिस्टम में बिचौलिए और दलाल बहुत सक्रिय हैं, जो स्क्रिप्ट या बॉट्स की मदद से सेकेंडों में टिकट बुक कर लेते हैं और बाद में इन्हीं टिकटों को महंगे दामों में बेचते हैं। इससे आम मुसाफिरों को बेहद परेशानी होती है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य है — “जरूरतमंद को सही वक्त पर टिकट देना और सिस्टम को पारदर्शी बनाना।” अब हर यूजर को आधार वेरीफिकेशन करवाना अनिवार्य होगा, ताकि सिर्फ वैध पहचान वाले व्यक्ति ही टिकट बुक कर सकें।
तत्काल टिकट बुकिंग की सच्चाई
- IRCTC पर हर दिन 2 लाख से ज्यादा तत्काल टिकट की कोशिश होती है
- सिर्फ 5-6% टिकट ही कंफर्म हो पाते हैं
- कई बार 30 सेकंड में ही सीटें फुल हो जाती हैं
- बिना आधार लिंक किए लाखों फर्जी अकाउंट मौजूद हैं
- 20 लाख से ज्यादा अकाउंट ऐसे हैं जिनकी कोई पहचान नहीं
क्या होगा यूजर्स के लिए असर?
- जिनका अकाउंट आधार से लिंक नहीं है, उन्हें टिकट बुकिंग से वंचित कर दिया जाएगा।
- फर्जी आईडी से चल रहे एजेंट अकाउंट को भी बंद कर दिया जाएगा।
- आम यात्रियों को अब टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी, क्योंकि अब फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा।
- IRCTC पर बुकिंग का अनुभव सुधरेगा, क्योंकि असली यूजर ही टिकट बुक कर पाएंगे।
कैसे करें अपना IRCTC अकाउंट आधार से लिंक?
अगर आपने अभी तक अपना अकाउंट आधार से लिंक नहीं किया है, तो जल्द ही ये स्टेप्स फॉलो करें:
- IRCTC की वेबसाइट पर जाएं
- अपने अकाउंट में लॉगिन करें
- “My Profile” सेक्शन में जाएं
- “Aadhaar KYC” पर क्लिक करें
- अपना आधार नंबर डालें और OTP के जरिए वेरीफाई करें
बस, हो गया आपका अकाउंट वेरीफाई।
रेलवे ने जो नया नियम लागू किया है, वह यात्रियों के हित में एक जरूरी कदम है। तत्काल टिकट की बुकिंग में जो अनियमितताएं और फर्जीवाड़ा हो रहा था, अब उस पर रोक लगाई जाएगी। IRCTC पर टिकट बुक करने के लिए अब आधार वेरीफिकेशन जरूरी होगा, जिससे फर्जी अकाउंट हटाए जा सकें।
अगर आप भी ट्रेन में सफर करते हैं और अक्सर टिकट नहीं मिलने की शिकायत करते हैं, तो अब आपके लिए उम्मीद की किरण जगी है। अपना अकाउंट वेरीफाई करें और इस नए सिस्टम का फायदा उठाएं।