Gold Rate In July – इस साल सोने की कीमतों ने ऐसी रफ्तार पकड़ी है कि हर किसी की नजर अब गोल्ड पर ही टिकी हुई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जुलाई और अगस्त में सोने का रेट ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम से भी ऊपर जा सकता है। अगर आपने पहले से गोल्ड में पैसा लगाया है, तो आपके लिए ये सुनहरा मौका है। लेकिन जो अब खरीदने की सोच रहे हैं, उनके लिए दाम वाकई भारी पड़ सकते हैं।
इतिहास रच चुका है इस साल का गोल्ड
अप्रैल 2025 में पहली बार सोने का रेट ₹1 लाख के पार गया था। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर इसका रेट ₹99,358 तक पहुंच गया था। यह निवेशकों के लिए बड़ा मुनाफे वाला मौका बन गया। जो लोग शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड्स को ज्यादा तवज्जो देते थे, वे भी अब गोल्ड की तरफ आकर्षित हो गए हैं।
क्यों बढ़ रही है सोने की कीमतें?
इसके पीछे कई इंटरनेशनल कारण हैं। दुनियाभर में बढ़ती महंगाई, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव, और भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को एक सुरक्षित विकल्प की ओर धकेला है—और वो है गोल्ड। अमेरिका की ट्रेड नीतियों और डॉलर की चाल का भी इस पर असर पड़ता है। जब भी बाजार में अनिश्चितता बढ़ती है, लोग सबसे पहले गोल्ड की तरफ भागते हैं।
मिडिल क्लास की जेब पर असर
जहां निवेशक गोल्ड से मुनाफा कमा रहे हैं, वहीं आम आदमी के लिए अब सोना खरीदना किसी सपने जैसा हो गया है। शादियों और त्योहारों में जो पहले 10-20 ग्राम आराम से खरीद लेते थे, अब एक-एक ग्राम जोड़ना भी भारी लग रहा है। इस वक्त 10 ग्राम गोल्ड की कीमत ₹96,000 के आसपास है, जो मिडिल क्लास फैमिलीज़ के बजट से बाहर होती जा रही है।
निवेश और ज्वेलरी के खरीदारों की अलग कहानी
गोल्ड मार्केट दो हिस्सों में बंटा हुआ है—एक वो जो इन्वेस्टमेंट के लिए खरीदते हैं, और दूसरे वो जो ज्वेलरी के लिए। लेकिन इस बार दोनों ही ग्रुप थोड़े कन्फ्यूज़ नजर आ रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट बताती है कि 16 साल में पहली बार ज्वेलरी की बिक्री साल की पहली तिमाही में 25% तक गिर गई है। वहीं, इन्वेस्टमेंट थोड़ा कम हुआ है, लेकिन अब भी ये 10 सालों में सबसे ऊंचे स्तर पर है।
MCX पर गोल्ड की चाल
4 जून को MCX पर सोना ₹96,700 से ₹97,091 के बीच ट्रेड करता दिखा। दोपहर के वक्त यह ₹97,069 पर था, जो पिछले दिन से ₹544 ज्यादा था। ये दिखाता है कि हर दिन दाम ऊपर ही जा रहे हैं और बाजार में जबरदस्त हलचल है।
पिछले सालों में कैसा रहा ट्रैक रिकॉर्ड?
गोल्ड ने पिछले 11 सालों में से 8 साल शानदार रिटर्न दिए हैं। खासतौर पर पिछले चार सालों में इसकी कीमत लगभग दोगुनी हो चुकी है। यानी जिन्होंने कुछ साल पहले निवेश किया था, अब वो अच्छी कमाई कर चुके हैं। इस वजह से लोग अब गोल्ड को एक भरोसेमंद और सेफ इन्वेस्टमेंट मानने लगे हैं।
जुलाई और अगस्त में क्या होगा?
गोल्ड एक्सपर्ट विजय वर्मा के मुताबिक जुलाई और अगस्त में गोल्ड और तेज़ी से बढ़ सकता है। उनका कहना है कि अमेरिका की नीतियों में बदलाव और टैरिफ रूल्स में छूट के कारण बाजार में फिर तेजी आएगी। वो मानते हैं कि जुलाई तक सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम से ऊपर निकल सकता है।
खरीदारों को क्या करना चाहिए?
अगर आप सिर्फ ज्वेलरी खरीदने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर हो सकता है। हो सकता है किसी मौके पर थोड़ी गिरावट आ जाए। लेकिन अगर आप इसे इन्वेस्टमेंट के नजरिए से देख रहे हैं, तो SIP की तरह थोड़ा-थोड़ा खरीदना एक स्मार्ट तरीका है। इससे आप ज्यादा रिस्क से भी बच सकते हैं।
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी साझा करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह नहीं है। गोल्ड की कीमतें बाजार की स्थिति पर निर्भर करती हैं और इनमें उतार-चढ़ाव हो सकता है। निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श ज़रूर करें।