Summer School Holidays – सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए 2025 की गर्मी बेहद खास बन गई है। वर्षों से शिक्षक यह मांग कर रहे थे कि जब स्कूल बंद होते हैं, तो उन्हें भी छुट्टियों का सही लाभ मिलना चाहिए। अब जाकर उनकी यह मांग पूरी हो गई है। बिहार शिक्षा विभाग ने जो नया आदेश जारी किया है, वो हर शिक्षक के चेहरे पर मुस्कान ले आया है।
अगर आप भी शिक्षक हैं या किसी शिक्षक को जानते हैं, तो यह खबर आपको जरूर खुश कर देगी। आइए, आपको बताते हैं कि इस आदेश में क्या कुछ नया है, किन तारीखों को स्कूल बंद रहेंगे और छुट्टियों का कैसे कर सकते हैं बेस्ट इस्तेमाल।
छुट्टियों में अब स्कूल ड्यूटी नहीं!
बिहार सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ACS) द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, 1 मई से लेकर 5 जुलाई 2025 तक शिक्षकों को स्कूल में ड्यूटी नहीं देनी होगी। ये आदेश साफ-साफ बताता है कि इस समय के दौरान शिक्षक स्कूल नहीं आएंगे, और उन्हें पूरी तरह से छुट्टी दी गई है।
ये फैसला शिक्षकों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। अब शिक्षक ना सिर्फ आराम कर सकेंगे, बल्कि अपने परिवार के साथ अच्छा वक्त भी बिता सकेंगे।
छुट्टियों का पूरा शेड्यूल
शिक्षा विभाग ने छुट्टियों की तारीखें भी पहले से घोषित कर दी हैं ताकि शिक्षक और छात्र दोनों अपनी योजना बना सकें। नीचे दिया गया है छुट्टियों का शेड्यूल:
तारीख | स्थिति |
---|---|
1 मई | स्कूल बंद |
10 मई | स्कूल बंद |
20 मई | स्कूल बंद |
30 मई | स्कूल बंद |
10 जून | स्कूल बंद |
20 जून | स्कूल बंद |
30 जून | स्कूल बंद |
5 जुलाई | स्कूल बंद |
शिक्षकों के लिए वरदान साबित होगी ये छुट्टी
अब तक हर साल शिक्षकों को छुट्टियों में भी स्कूल बुलाया जाता था। कभी प्रशिक्षण, कभी ऑफिस का काम, तो कभी परीक्षा से जुड़ी जिम्मेदारियां। इससे वे असली छुट्टी का आनंद नहीं ले पाते थे। लेकिन इस साल की छुट्टियां शिक्षकों के लिए वाकई में मन, शरीर और जीवन को फिर से ऊर्जा देने का मौका हैं।
अब शिक्षक:
- मानसिक रूप से तरोताजा हो सकेंगे
- अपने बच्चों और परिवार के साथ समय बिता सकेंगे
- नई चीजें सीखने और खुद को विकसित करने का समय निकाल सकेंगे
कार्यशालाएं भी होंगी, लेकिन भागीदारी स्वैच्छिक
हालांकि स्कूलों में किसी तरह का अनिवार्य कार्य नहीं रखा गया है, लेकिन स्वैच्छिक कार्यशालाएं जरूर आयोजित की जा रही हैं। इन वर्कशॉप्स का उद्देश्य शिक्षकों की स्किल्स को बेहतर बनाना है।
कार्यशालाओं की सूची:
विषय | तारीख | स्थान | वक्ता |
---|---|---|---|
शिक्षण कौशल विकास | 5 जून | पटना | डॉ. आर. सिंह |
ऑनलाइन शिक्षा के तरीके | 12 जून | गया | प्रो. एस. कुमार |
मानसिक स्वास्थ्य | 19 जून | मुजफ्फरपुर | डॉ. पी. शर्मा |
प्रस्तुति कला | 26 जून | भागलपुर | मिस. ए. वर्मा |
डिजिटल लर्निंग | 3 जुलाई | दरभंगा | प्रो. एम. यादव |
समर्पित शिक्षण | 10 जुलाई | आरा | डॉ. के. तिवारी |
अभिभावक संवाद | 17 जुलाई | सिवान | डॉ. वी. सिंह |
शिक्षा में नवाचार | 24 जुलाई | पुर्णिया | प्रो. डी. मिश्रा |
ध्यान दें कि इनमें भाग लेना पूरी तरह से स्वैच्छिक है।
शिक्षकों की प्रतिक्रियाएं: राहत और उत्साह
इस फैसले के बाद पूरे बिहार में शिक्षकों ने राहत की सांस ली है। कई शिक्षक संगठनों ने इसे शिक्षा विभाग की संवेदनशीलता और सकारात्मक सोच का उदाहरण बताया है।
उनका कहना है कि:
- यह आदेश शिक्षकों की मेहनत को पहचानता है
- लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई
- अब वे नई ऊर्जा और उत्साह के साथ फिर से स्कूल में पढ़ाने के लिए लौटेंगे
शिक्षा विभाग ने दिए सख्त निर्देश
छुट्टियों के इस आदेश को लेकर शिक्षा विभाग ने साफ निर्देश जारी किए हैं कि:
- कोई भी शिक्षक छुट्टियों में स्कूल नहीं बुलाया जाएगा
- स्कूल पूर्ण रूप से बंद रहेंगे
- अभिभावकों और छात्रों को भी इस आदेश की जानकारी दी जाएगी
- जिला शिक्षा अधिकारियों को पालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है
छुट्टियों का उपयोग कैसे करें?
छुट्टियां सिर्फ आराम करने के लिए ही नहीं होतीं, बल्कि ये खुद को फिर से बेहतर बनाने का मौका भी होती हैं। शिक्षकों को सलाह दी गई है कि वे इन छुट्टियों में:
- सेहत का ध्यान रखें, व्यायाम और योग को दिनचर्या में शामिल करें
- ऑनलाइन कोर्स करके खुद को अपडेट रखें
- लेखन, चित्रकला, संगीत जैसी रचनात्मक गतिविधियों में समय बिताएं
- डिजिटल शिक्षा के नए टूल्स को समझें
- अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं
शिक्षकों के लिए यह फैसला वाकई एक बड़ी राहत है। लंबे समय बाद उन्हें वह सम्मान और आराम मिला है जिसके वे हकदार हैं। गर्मी की छुट्टियों को अब वो असल मायनों में “छुट्टियां” कह सकेंगे। अगर आप भी शिक्षक हैं, तो इस समय का भरपूर फायदा उठाइए और खुद को फिर से ऊर्जा से भर लीजिए।