अब चेक बाउंस किया तो सीधे होगी बड़ी सजा! सुप्रीम कोर्ट ने लागू किए सख्त नियम – Cheque Bounce Rule

By Prerna Gupta

Published On:

Cheque Bounce Rule – हर किसी ने कभी न कभी चेक से लेन-देन किया होगा। लेकिन सोचिए अगर आपने किसी को पेमेंट के लिए चेक दिया और बैंक में जमा करने पर वह बाउंस हो गया, तो सामने वाले को कितना नुकसान हो सकता है। यही नहीं, ऐसे मामलों में न्याय मिलने में भी सालों लग जाते हैं। लेकिन अब हालात बदलने वाले हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने चेक बाउंस के मामलों को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि इन मामलों का जल्दी निपटारा हो सके और बेवजह की देरी से दोनों पक्षों को बचाया जा सके। आइए जानते हैं कि ये नए नियम क्या हैं, इनसे आपको क्या फायदा होगा और अब क्या बदल जाएगा।

चेक बाउंस के मामले क्यों होते हैं लंबित?

अब तक जब भी किसी चेक के बाउंस होने का मामला सामने आता था, तो केस दर्ज करवाने से लेकर कोर्ट में सुनवाई और फिर फैसला आने तक का सफर कई सालों का हो जाता था। इसकी वजह थी केसों की भारी संख्या, गवाहों की गैरहाजिरी, और कानूनी प्रक्रिया की जटिलता।

यह भी पढ़े:
शिक्षकों की रिटायरमेंट उम्र बढ़ी – जानिए कब से लागू होगा नियम Teacher Retirement Age Hike

लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए साफ कह दिया है कि अब ऐसे मामले लटकाए नहीं जाएंगे।

नए दिशा-निर्देशों की झलक

अब जो नई व्यवस्था बनाई गई है, उसमें साफ-साफ कई सख्त नियम लागू किए गए हैं:

 ⁠
  • स्पेशल कोर्ट्स का गठन किया गया है जो सिर्फ चेक बाउंस मामलों की सुनवाई करेंगी।
  • एक तय समयसीमा में केस निपटाने की कोशिश की जाएगी।
  • अगर आरोपी कोर्ट में हाजिर नहीं होता, तो भी केस की सुनवाई होती रहेगी।
  • फैसला देने में देरी न हो, इसके लिए कोर्ट को सख्त निर्देश दिए गए हैं।

व्यापारियों और आम लोगों को सीधा फायदा

इस फैसले से न सिर्फ व्यापार करने वाले लोगों को फायदा होगा बल्कि आम आदमी को भी राहत मिलेगी। आइए जानें कैसे:

यह भी पढ़े:
Jio ने लॉन्च किए 3 सुपर सस्ते प्लान – जानिए किसमें मिलेगा सबसे ज्यादा डेटा Jio Best Recharge Plan
  • समय की बचत होगी क्योंकि अब एक केस को सालों नहीं लगेगा।
  • पैसे की रिकवरी जल्दी होगी, जिससे वित्तीय नुकसान से राहत मिलेगी।
  • कानूनी प्रक्रिया का डर कम होगा और लोग समय पर लेन-देन करेंगे।
  • धोखेबाजों को सबक मिलेगा कि अब कानून से बचना आसान नहीं।

देशभर में बनेंगी खास अदालतें

सरकार और न्यायपालिका मिलकर अब देशभर में चेक बाउंस मामलों के लिए विशेष अदालतें बना रही हैं। इनमें:

  • जिला अदालतें – लगभग हर जिले में
  • महानगरीय अदालतें – बड़े शहरों में
  • तेज अदालतें – सिर्फ चेक मामलों के लिए
  • पंचायत अदालतें – ग्रामीण इलाकों के लिए

यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि हर नागरिक को उसके नजदीक ही न्याय मिल सके, और उसे दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों का रुख न करना पड़े।

केस की पूरी प्रक्रिया क्या होगी?

नए नियमों के तहत केस की प्रक्रिया इस तरह चलेगी:

यह भी पढ़े:
10 जून से बंद होगा FASTag सिस्टम! टोल प्लाजा पर बड़ा झटका – GNSS Toll System
  1. शिकायत दर्ज कराने के 15 दिन के भीतर कोर्ट नोटिस भेजेगी।
  2. नोटिस के बाद आरोपी को 30 दिन में जवाब देना होगा।
  3. सुनवाई शुरू होने के 60 दिन के भीतर फैसला देने की कोशिश की जाएगी।
  4. अगर आरोपी हाजिर नहीं होता, तो वॉरंट जारी कर गिरफ्तारी भी की जा सकती है।

इस पूरी प्रक्रिया से केस का निपटारा 3–6 महीने के भीतर हो सकेगा।

अगर आप शिकायतकर्ता हैं तो ध्यान दें

अगर आपके साथ चेक बाउंस जैसी घटना हो जाए, तो घबराएं नहीं। आप ये कदम उठा सकते हैं:

  • सबसे पहले चेक के बाउंस होने का प्रमाण लें (बैंक की लिखित जानकारी)।
  • आरोपी को लीगल नोटिस भेजें।
  • तय समय में जवाब न आने पर कोर्ट में केस दर्ज करें।
  • कोर्ट के निर्देशों के अनुसार सुनवाई में भाग लें।

समयसीमा का पालन क्यों जरूरी?

सुप्रीम कोर्ट ने समयसीमा इसलिए तय की है ताकि:

यह भी पढ़े:
सिर्फ इन्हीं किसानों का होगा पूरा कर्ज माफ! देखें आपका नाम लिस्ट में है या नहीं – Kcc Kisan Karj Mafi Yojana
  • कोर्ट का बोझ कम हो।
  • शिकायतकर्ता को जल्दी राहत मिले।
  • न्याय प्रणाली में भरोसा बना रहे।
  • आरोपी पर दबाव बना रहे कि वह लापरवाही न करे।

फाइनेंशियल लेन-देन का भविष्य क्या होगा?

अब जब चेक बाउंस के मामलों पर सख्ती की जा रही है, तो इससे आगे चलकर:

  • लोग समय पर भुगतान करने लगेंगे।
  • पेमेंट के मामले में गंभीरता बढ़ेगी।
  • छोटे कारोबारियों को भी न्याय मिलेगा।
  • फर्जी चेक देने वालों पर लगाम लगेगी।

सुप्रीम कोर्ट के नए दिशा-निर्देश साफ संकेत दे रहे हैं कि अब वित्तीय मामलों को हल्के में लेना मुश्किल होगा। अगर आपने किसी को चेक दिया है, तो सुनिश्चित करें कि उसमें पर्याप्त राशि हो, वरना आप जेल तक जा सकते हैं।

और अगर आप पीड़ित हैं, तो अब आपको सालों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कोर्ट का साथ और कानून की सख्ती अब आपके हक में है।

यह भी पढ़े:
पीएम आवास योजना के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू – जल्दी करें आवेदन PM Awas Yojana Gramin Registration

Leave a Comment

Join Whatsapp Group