Monsoon Update – उत्तर प्रदेश की जनता इस वक्त भीषण गर्मी की मार झेल रही है। चिलचिलाती धूप, गर्म पछुआ हवाएं और हर रोज़ बढ़ता तापमान लोगों का जीना मुश्किल कर रहा है। खासकर दोपहर में हालात ऐसे हो जाते हैं कि सड़कें सुनसान नज़र आती हैं। लेकिन अब राहत की खबर है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 जून से प्रदेश में मानसून की एंट्री हो सकती है और लोगों को लू से बड़ी राहत मिलने की संभावना है।
अगले 4 दिन और झेलनी पड़ेगी गर्मी
अगर आप सोच रहे हैं कि अभी से राहत मिल जाएगी, तो थोड़ा सब्र रखना पड़ेगा। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि 9 और 10 जून को उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में लू चलने की प्रबल संभावना है। इन दिनों मौसम पूरी तरह से शुष्क रहेगा और पछुआ हवाएं तेज़ी से चलेंगी। इन हवाओं की वजह से वातावरण में नमी नहीं रहेगी और पारा 3 से 5 डिग्री तक चढ़ सकता है।
लू की चपेट में ये इलाके
कुछ इलाके ऐसे हैं जो इस गर्मी की लहर से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों के लोगों को पहले से ही सतर्क रहने की सलाह दी है। चलिए जानते हैं कौन से जिले हैं सबसे ज्यादा खतरे में।
बुंदेलखंड क्षेत्र:
- बांदा
- झांसी
- ललितपुर
- महोबा
- हमीरपुर
- चित्रकूट
- उरई
विंध्य क्षेत्र:
- प्रयागराज
- वाराणसी
- मिर्जापुर
- सोनभद्र
मध्य-पश्चिमी यूपी:
- आगरा
- कानपुर
- अलीगढ़
- गौतमबुद्ध नगर
- एटा
- मैनपुरी
- फिरोजाबाद
- हाथरस
इन इलाकों में दोपहर के वक्त लू की स्थिति बन सकती है, इसलिए घर से बाहर निकलना हो तो खास ध्यान रखें। बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों के लिए यह मौसम खतरनाक साबित हो सकता है।
11 जून से बदलेगा मौसम का मिज़ाज
अब आते हैं सबसे अच्छी खबर पर। 11 जून से पुरवा हवाओं का असर दिखना शुरू हो जाएगा, यानी पूर्वी दिशा से चलने वाली नमी भरी हवाएं यूपी में दाखिल होंगी। इनके साथ बारिश की शुरुआत भी हो सकती है। शुरुआत में बारिश पूर्वी उत्तर प्रदेश में होगी, फिर धीरे-धीरे पश्चिम की तरफ बढ़ेगी।
बारिश के आने से तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आएगी और लू से राहत मिलेगी। इसका मतलब है कि अगर आप वाराणसी, गोरखपुर, बलिया जैसे पूर्वी जिलों में हैं, तो आप थोड़ी जल्दी राहत महसूस करेंगे।
क्यों पड़ रही है इतनी गर्मी?
इस बार की गर्मी की सबसे बड़ी वजह है पश्चिमी विक्षोभ का कमजोर पड़ जाना। इसके साथ ही पूर्वी यूपी के ऊपर बनी द्रोणी (ट्रफ) भी अब पूर्व की ओर खिसक चुकी है। इस वजह से पूरे प्रदेश में कोई भी सक्रिय मौसम प्रणाली मौजूद नहीं है। ऐसे में पछुआ हवाएं सीधे तपती गर्मी लेकर आ रही हैं और पूरे यूपी को अपने कब्जे में ले रही हैं।
क्या करें इस भीषण गर्मी में?
जब तक बारिश नहीं होती, तब तक सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। मौसम विभाग और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो इस समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:
- दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक बाहर न निकलें
- खूब सारा पानी पिएं और खुद को हाइड्रेट रखें
- गर्मी में ढीले, हल्के और सूती कपड़े पहनें
- अगर ज़रूरी हो तो छतरी या टोपी लगाकर निकलें
- घर के बुजुर्गों और बच्चों का खास ख्याल रखें
- शरीर को ठंडा रखने के लिए नींबू पानी, छाछ और नारियल पानी का सेवन करें
गांवों में भी असर
गांव के इलाकों में जहां पहले पेड़-पौधों और खुली जगहों की वजह से गर्मी थोड़ी कम लगती थी, अब हालात वहां भी बिगड़ रहे हैं। खासकर बुंदेलखंड जैसे इलाकों में जहां पानी की समस्या पहले से है, वहां लोग डबल संकट झेल रहे हैं। ऐसे में प्रशासन से लेकर आम जनता तक सबको मिलकर सतर्कता बरतने की जरूरत है।
अभी कुछ दिन गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। लेकिन अगर मौसम विभाग का अनुमान सही बैठा, तो 11 जून से बारिश शुरू हो सकती है और गर्मी की मार कुछ हद तक कम होगी। तब तक जरूरी है कि हम सब मिलकर धैर्य और सावधानी के साथ इस गर्मी से निपटें।