General Ticket Service – रेल से सफर करना तो हम भारतीयों की दिनचर्या का हिस्सा है, लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत होती है टिकट लेने में। खासकर जब बात जनरल टिकट की हो तो लंबी-लंबी लाइनों में लगना, धूप हो या बारिश, झेलना ही पड़ता था। लेकिन अब रेलवे ने आम यात्रियों की इस परेशानी को दूर करने के लिए एक कमाल की सुविधा शुरू की है – JTB सेवा, यानी जनसाधारण टिकट बुकिंग सेवक।
उत्तर रेलवे ने यह सुविधा अंबाला मंडल के 32 रेलवे स्टेशनों पर शुरू की है, और आने वाले समय में इसे और भी जगहों पर लागू किया जाएगा। अब जनरल टिकट लेने के लिए स्टेशन के अंदर की भीड़ में फंसने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
क्या है JTB सेवा?
JTB (जनसाधारण टिकट बुकिंग सेवक) दरअसल एक ऐसा सिस्टम है जिसमें रेलवे स्टेशनों के बाहर ही कुछ ऑपरेटरों को नियुक्त किया जाएगा जो कंप्यूटर, प्रिंटर और इंटरनेट की मदद से यात्रियों को जनरल टिकट प्रिंट करके देंगे।
अब सोचिए, आप स्टेशन पहुंचने से पहले ही टिकट ले लें और सीधे प्लेटफॉर्म पर ट्रेन पकड़ लें – ना लाइन, ना भीड़, ना भागदौड़।
किसे मिलेगा ऑपरेटर बनने का मौका?
अगर आपके पास कंप्यूटर, प्रिंटर और इंटरनेट कनेक्शन है, और आप थोड़ा-बहुत कंप्यूटर चलाना जानते हैं तो आप भी JTB ऑपरेटर बन सकते हैं। रेलवे इस सेवा को चलाने के लिए निजी व्यक्तियों को मौका दे रहा है।
रेलवे अधिकारी जगह का निरीक्षण करेंगे और जहां ज़रूरत होगी, वहां JTB कियोस्क लगाने की इजाज़त देंगे।
JTB ऑपरेटर को मिलेगा कितना फायदा?
हर एक टिकट पर ऑपरेटर को ₹2 का राजस्व मिलेगा। जितने ज़्यादा टिकट, उतनी ज़्यादा कमाई। यानी यह एक छोटा लेकिन स्थायी रोजगार का अवसर बन सकता है, खासकर छोटे कस्बों और शहरों के युवाओं के लिए।
कहां-कहां शुरू हो रही है यह सुविधा?
उत्तर रेलवे के अंबाला मंडल के इन प्रमुख स्टेशनों पर JTB सेवा शुरू हो चुकी है:
- अंबाला कैंट
- चंडीगढ़
- यमुनानगर-जगाधरी
- सहारनपुर
- पटियाला
- बठिंडा
- कालका
- धुरी
- बरनाला
- ऊना हिमाचल
- गीदड़बाहा
- चंडीमंदिर
- शिमला
- राजपुरा
- कुराली
- रोपड़
- नंगलडैम
- अंबाला सिटी
- और भी कई स्टेशन…
अगर आप इन इलाकों में रहते हैं, तो अब लाइन में लगने का जमाना गया। बाहर से ही टिकट ले सकते हैं।
टिकट की पारदर्शिता और प्रक्रिया
रेलवे खुद JTB ऑपरेटर को खाली टिकट शीट देगा जिस पर टिकट प्रिंट किए जाएंगे। यह पूरी प्रक्रिया रेलवे के सिस्टम से जुड़ी होगी, जिससे हर टिकट का रिकॉर्ड अपने आप रेलवे को मिल जाएगा। इससे कोई धोखाधड़ी नहीं होगी और सभी चीज़ें ट्रैक की जा सकेंगी।
यात्रियों को क्या फायदे मिलेंगे?
- समय की बचत: अब टिकट के लिए घंटों लाइन में नहीं लगना पड़ेगा
- भीड़ से राहत: खासतौर पर त्योहारों, गर्मियों और छुट्टियों के सीजन में
- टिकट स्टेशन से बाहर ही: स्टेशन की भगदड़ में घुसने से पहले ही टिकट जेब में होगा
- सामान की सुरक्षा: लंबी लाइन में लगते वक्त सामान चोरी होने का खतरा नहीं रहेगा
- बुजुर्गों और महिलाओं के लिए राहत: जो लाइन में खड़े नहीं हो सकते, उनके लिए ये एक वरदान साबित होगा
युवाओं के लिए सुनहरा मौका
JTB सेवा न सिर्फ यात्रियों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार का नया रास्ता भी खोलती है। जिनके पास कंप्यूटर की थोड़ी जानकारी है और खुद का सिस्टम है, वे इस सेवा से अच्छा खासा कमा सकते हैं।
रेलवे की डिजिटल पहल को मिलेगा बढ़ावा
JTB सेवा से रेलवे का डिजिटल अभियान और भी मजबूत होगा। इससे लोगों में रेलवे के प्रति भरोसा बढ़ेगा और रेलवे की छवि एक आधुनिक, तकनीकी और ग्राहक-हितैषी संस्था के रूप में उभरेगी।
कैसे लें JTB सेवा से टिकट?
- अपने नज़दीकी JTB सेवा केंद्र पर जाएं
- यात्रा की जानकारी दें (जैसे स्टेशन, तारीख, यात्री संख्या)
- ऑपरेटर तुरंत कंप्यूटर से टिकट प्रिंट करके देगा
- आपको टिकट मिल गया – लाइन में लगने की कोई ज़रूरत नहीं!
कहां से मिलेगी और जानकारी?
जो लोग JTB सेवा शुरू करना चाहते हैं या इसके बारे में ज्यादा जानकारी लेना चाहते हैं, वे उत्तर रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या मंडल रेल कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
रेलवे की यह नई सुविधा वाकई में आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत है। अब जनरल टिकट लेने के लिए लंबी लाइनों, धूप या धक्कामुक्की की ज़रूरत नहीं। कुछ ही मिनटों में स्टेशन के बाहर से टिकट मिल जाएगा। साथ ही, युवाओं को भी इससे कमाई का एक नया जरिया मिलेगा।
अगर आप भी रोज़ ट्रेन से यात्रा करते हैं, तो अगली बार JTB सेवा ज़रूर आज़माइए। समय की भी बचत, ऊर्जा की भी और सफर की शुरुआत भी बिना टेंशन के होगी।