NEET 2025 MBBS Admission – NEET 2025 का रिजल्ट आ चुका है और अब देशभर के लाखों छात्रों के मन में सिर्फ एक ही सवाल है – आखिर इतने नंबर पर MBBS की सरकारी सीट मिलेगी या नहीं। हर छात्र और अभिभावक इसी उधेड़बुन में है कि कटऑफ कहां तक गई है और आगे का क्या प्रोसेस रहेगा।
अगर आपने भी इस साल NEET 2025 दिया है, तो आपको अब बहुत सारी चीजों की जानकारी रखना जरूरी हो गया है। जैसे कि – क्वालिफाइंग स्कोर क्या है, कटऑफ मार्क्स कितने हैं, काउंसलिंग कब शुरू होगी, डॉक्यूमेंट्स क्या लगेंगे और किस कैटेगरी को कितने नंबर पर सीट मिलने की उम्मीद है। यहां हम आपको सारे सवालों का जवाब आसान और समझदार भाषा में देने जा रहे हैं।
कब आया था NEET 2025 का रिजल्ट
NEET UG 2025 की परीक्षा 4 मई 2025 को हुई थी। परीक्षा देने वालों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही और करीब 24 लाख छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया। रिजल्ट 14 जून 2025 को दोपहर 1 बजे जारी कर दिया गया और उसके बाद से ही कटऑफ और रैंकिंग को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं।
NEET 2025 कटऑफ – किस कैटेगरी के लिए कितने नंबर
NEET की क्वालिफाइंग कटऑफ हर साल बदलती है और ये कैटेगरी वाइज होती है। यानी General, OBC, SC, ST सबके लिए अलग-अलग रेंज रहती है।
कैटेगरी | परसेंटाइल | मार्क्स रेंज |
---|---|---|
General/EWS | 50वां | 686 – 144 |
OBC | 40वां – 50वां | 143 – 113 |
SC | 40वां – 50वां | 143 – 113 |
ST | 40वां – 50वां | 143 – 113 |
General PwBD | 45वां – 50वां | 143 – 127 |
OBC/SC/ST PwBD | 40वां – 45वां | 126 – 113 |
अगर आपने ऊपर दिए गए रेंज में स्कोर किया है, तो आप NEET के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं। लेकिन अब असली लड़ाई है MBBS की सीट पाने की।
कितने नंबर पर मिलती है सरकारी MBBS सीट
NEET क्वालिफाइंग तो एक बेसिक जरूरत है, लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS सीट चाहिए तो आपका स्कोर और रैंक दोनों ही मजबूत होने चाहिए। पिछले सालों के ट्रेंड के हिसाब से:
- अगर आपके 650 या उससे ज्यादा नंबर हैं, तो टॉप गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में सीट लगभग तय मानी जाती है।
- 600 से 640 नंबर वालों को अच्छा सरकारी कॉलेज या राज्य कोटे में MBBS मिल सकता है।
- 550 से 600 नंबर वालों को थोड़ा वेट करना पड़ता है और राज्य काउंसलिंग में मौके मिल सकते हैं।
- 500 से कम स्कोर वालों को BDS या प्राइवेट कॉलेज की तरफ ध्यान देना पड़ता है।
हालांकि ये सब राज्यों के हिसाब से बदल भी सकता है, इसलिए अपने राज्य की काउंसलिंग वेबसाइट पर भी नजर बनाए रखें।
परसेंटाइल और मार्क्स का क्या कनेक्शन
NEET में परसेंटाइल सिस्टम होता है, जिसका मतलब है कि आपका स्कोर बाकियों से तुलना करके देखा जाता है। जैसे अगर आपने 620 नंबर लाए हैं, लेकिन ज्यादातर स्टूडेंट्स ने 650 से ऊपर लाए हैं, तो आपकी रैंक थोड़ी पिछड़ सकती है।
इसलिए मार्क्स के साथ-साथ ये भी देखें कि बाकी लोगों के नंबर क्या हैं और आपकी रैंकिंग कहां आ रही है।
NEET 2025 की कटऑफ कैसे चेक करें
अगर आप ऑफिशियल कटऑफ देखना चाहते हैं तो ये स्टेप फॉलो करें
- सबसे पहले जाएं NEET की आधिकारिक वेबसाइट neet nta nic in पर
- होमपेज पर NEET 2025 Cut Off लिंक पर क्लिक करें
- वहां एक PDF फाइल खुलेगी जिसमें कैटेगरी और स्टेट वाइज कटऑफ दी गई होगी
- उसे डाउनलोड करें और अपने नंबर से तुलना करें
काउंसलिंग कब शुरू होगी और क्या प्रोसेस रहेगा
रिजल्ट आने के बाद अब बारी है काउंसलिंग की। यह दो स्तरों पर होती है
- ऑल इंडिया कोटा के लिए MCC यानी मेडिकल काउंसलिंग कमेटी द्वारा
- राज्य कोटा के लिए हर राज्य की अपनी मेडिकल काउंसलिंग एजेंसी द्वारा
काउंसलिंग में ये स्टेप्स आते हैं
- रजिस्ट्रेशन करना
- कॉलेज और कोर्स की चॉइस भरना
- सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट आना
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाना
- अलॉटेड कॉलेज में रिपोर्ट करना और एडमिशन कंफर्म करना
काउंसलिंग के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स
जब आप काउंसलिंग के लिए जाते हैं, तो आपको ये दस्तावेज अपने साथ ले जाने होंगे
- NEET 2025 स्कोर कार्ड
- 12वीं की मार्कशीट और पासिंग सर्टिफिकेट
- जन्म प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जाति प्रमाण पत्र अगर आप आरक्षित वर्ग से हैं
- राज्य डोमिसाइल सर्टिफिकेट (राज्य कोटे में जरूरी)
क्या करें अगर नंबर कम आए हैं
अगर आपके स्कोर कम हैं और आपको लगता है MBBS की सरकारी सीट नहीं मिलेगी, तो भी चिंता की जरूरत नहीं है। आपके पास कई विकल्प खुले हैं जैसे
- BDS यानी डेंटल कॉलेज
- BAMS, BHMS जैसे आयुर्वेद और होम्योपैथी कोर्स
- प्राइवेट मेडिकल कॉलेज जहां फीस ज्यादा होती है लेकिन सीट मिल जाती है
- नीट रिपीट कर सकते हैं अगर आपकी तैयारी मजबूत है
NEET 2025 का कंपटीशन पहले से ज्यादा कठिन हो गया है क्योंकि छात्रों की संख्या बढ़ रही है और कटऑफ भी ऊपर जा रही है। ऐसे में सिर्फ क्वालिफाई करना काफी नहीं है, आपको अच्छे स्कोर के साथ स्मार्ट प्लानिंग भी करनी होगी। जिनके नंबर अच्छे हैं वो आगे की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करें और जिनके नंबर कम हैं वो हिम्मत न हारें, सही विकल्प पर काम करें।
काउंसलिंग की हर अपडेट के लिए सरकारी वेबसाइट पर नजर रखें और कोई भी कदम सोच समझकर उठाएं क्योंकि एक सही फैसला आपके करियर की दिशा बदल सकता है।