Bank Of Baroda Saving Account – अगर आपका बैंक अकाउंट Bank of Baroda (BoB) में है या फिर आप इस बैंक में सेविंग अकाउंट खोलने का प्लान बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद काम की है। अक्सर लोग खाते में पैसे जमा कर के भूल जाते हैं या जरूरी मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करते, जिससे हर महीने जुर्माना कट जाता है। अगर आप भी इसी समस्या से जूझ रहे हैं या ऐसा न हो इसके लिए सजग रहना चाहते हैं, तो आगे पढ़िए।
क्या है मिनिमम बैलेंस और क्यों जरूरी है?
हर बैंक अपने सेविंग अकाउंट होल्डर्स से एक तय मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की उम्मीद करता है। इस रकम को मेंटेन न करने पर बैंक Non-Maintenance Charges (NMC) के नाम पर जुर्माना वसूलता है। Bank of Baroda के भी हर सेविंग अकाउंट में अलग-अलग मिनिमम बैलेंस की शर्तें होती हैं जो आपके अकाउंट टाइप और ब्रांच की लोकेशन (ग्रामीण, अर्ध-शहरी, शहरी या मेट्रो) पर निर्भर करती हैं।
जानिए किस अकाउंट में कितना मिनिमम बैलेंस जरूरी है
1. जनरल सेविंग अकाउंट (General Saving Account):
क्षेत्र | मिनिमम बैलेंस (₹) |
---|---|
ग्रामीण | ₹500 |
अर्ध-शहरी | ₹1000 |
शहरी | ₹2000 |
मेट्रो | ₹2000 |
2. Super Saving Account: इसमें मिनिमम बैलेंस ₹10,000 तक होता है। यह उन लोगों के लिए होता है जो ज्यादा बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं।
3. B3 डिजिटल सेविंग अकाउंट (Zero Balance Account): इसमें कोई मिनिमम बैलेंस की शर्त नहीं होती, लेकिन कुछ सीमित सुविधाएं रहती हैं। यह अकाउंट मोबाइल ऐप या वेबसाइट से आसानी से खोला जा सकता है।
अगर बैलेंस कम हुआ तो क्या होगा?
अगर आपके अकाउंट में मिनिमम बैलेंस से कम राशि है, तो बैंक हर महीने के हिसाब से आपसे चार्ज वसूलता है। यह चार्ज लोकेशन के अनुसार तय होता है।
क्षेत्र | मासिक जुर्माना (₹) + GST |
---|---|
ग्रामीण | ₹50 |
अर्ध-शहरी | ₹60 |
शहरी | ₹100 |
मेट्रो | ₹125 |
यानि अगर आप शहरी क्षेत्र में रहते हैं और आपके खाते में ₹2000 से कम बैलेंस है, तो आपको ₹100 + GST हर महीने देना होगा। ये चार्ज धीरे-धीरे साल भर में ₹1200 से ज्यादा हो सकता है।
Inactive और Dormant अकाउंट क्या होता है?
अगर आपके खाते में लंबे समय तक कोई ट्रांजैक्शन नहीं होता और बैलेंस भी नहीं है, तो बैंक उसे Inactive या Dormant घोषित कर देता है। ऐसे में कई बैंकिंग सुविधाएं बंद हो जाती हैं और अकाउंट दोबारा एक्टिव कराने के लिए ब्रांच जाकर प्रक्रिया पूरी करनी पड़ती है।
बैंक क्यों वसूलता है ये चार्ज?
लोग सोचते हैं कि जब पैसा हमारा है तो चार्ज क्यों लगे? दरअसल, बैंक को आपके खाते को मेंटेन करने, ट्रांजैक्शन प्रोसेस करने, SMS भेजने और बैंकिंग सिस्टम को चलाने में खर्च आता है। मिनिमम बैलेंस से बैंक को एक बेसिक फंड मिलता है जिससे ये सब सुविधाएं दी जाती हैं।
जुर्माने से कैसे बचें? कुछ आसान टिप्स
अगर आप भी बार-बार जुर्माना कटने से परेशान हैं, तो नीचे दिए गए उपाय अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
1. Zero Balance अकाउंट खोलें:
अगर आपको लगता है कि आप मिनिमम बैलेंस नहीं रख पाएंगे, तो PM Jan Dhan Yojana या BoB का B3 Digital Account खोल लें। इसमें कोई न्यूनतम राशि की शर्त नहीं होती।
2. ऑटो ट्रांसफर सेट करें:
नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप से एक बार ऑटो ट्रांसफर सेट कर दें ताकि एक निश्चित राशि हमेशा खाते में बनी रहे।
3. बैलेंस अलर्ट चालू रखें:
SMS और मोबाइल ऐप नोटिफिकेशन ऑन रखें ताकि जैसे ही बैलेंस कम हो, आपको तुरंत पता चल जाए।
4. लिमिटेड ट्रांजैक्शन करें:
अगर जरूरत न हो तो फालतू ट्रांजैक्शन से बचें जिससे आपका बैलेंस नीचे न जाए।
क्या ये नियम कभी बदलते हैं?
बिलकुल! बैंक और RBI समय-समय पर अपने नियमों में बदलाव करते हैं। इसलिए यह ज़रूरी है कि आप बैंक की वेबसाइट पर समय-समय पर विज़िट करते रहें या फिर ब्रांच में जाकर अपडेट लेते रहें।
Bank of Baroda के सेविंग अकाउंट में क्या सुविधाएं मिलती हैं?
- ATM/Debit Card की सुविधा
- Net Banking और Mobile Banking
- सीमित फ्री चेक बुक
- UPI और QR Code पेमेंट
- SMS अलर्ट सेवा
- Nomination सुविधा
इन सभी सुविधाओं का पूरा फायदा तभी मिलेगा जब आप खाते को सक्रिय बनाए रखेंगे और मिनिमम बैलेंस मेंटेन करेंगे।
Bank of Baroda में सेविंग अकाउंट खोलना आसान है, लेकिन उसे ठीक से मेंटेन करना ज़रूरी है। मिनिमम बैलेंस की शर्त अगर आप नहीं निभाते हैं, तो जुर्माना भुगतना पड़ेगा और धीरे-धीरे यह आपके फाइनेंशियल प्लानिंग को बिगाड़ सकता है। बेहतर है कि या तो आप ऐसा अकाउंट चुनें जिसमें मिनिमम बैलेंस की जरूरत न हो या फिर कुछ अच्छी आदतें डाल लें – जैसे बैलेंस अलर्ट चेक करना, सीमित खर्च करना और समय पर रिचार्ज करना।