CIBIL Score Rule Update – अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, चाहे वह पर्सनल लोन हो, होम लोन हो या फिर क्रेडिट कार्ड अप्लाई करना हो, तो आपके लिए एक बहुत ही जरूरी खबर है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में सिबिल स्कोर (CIBIL Score) से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिसका सीधा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो समय पर अपने लोन या क्रेडिट कार्ड का भुगतान करते हैं।
अब तक बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान हर महीने सिर्फ एक बार ग्राहकों का डेटा क्रेडिट ब्यूरो (जैसे CIBIL, Experian, CRIF आदि) को भेजते थे, जिससे सिबिल स्कोर अपडेट होने में काफी देरी होती थी। लेकिन अब RBI के नए नियम के मुताबिक, हर 15 दिन में सिबिल स्कोर का डेटा अपडेट किया जाएगा।
आइए जानते हैं इस बदलाव से आपको क्या फायदा मिलेगा, और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा।
अब हर 15 दिन में अपडेट होगा आपका CIBIL स्कोर
RBI के नए दिशा-निर्देश के अनुसार, अब सभी बैंक और फाइनेंशियल संस्थानों को अनिवार्य रूप से हर 15 दिनों में अपने ग्राहकों के लोन रिपेमेंट, क्रेडिट कार्ड भुगतान और अन्य क्रेडिट संबंधी जानकारी को क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट करना होगा। पहले यह प्रक्रिया महीने में एक बार होती थी, जिससे ग्राहकों को अपने स्कोर अपडेट होने का इंतज़ार करना पड़ता था।
इस नए नियम को 1 जनवरी 2025 से लागू कर दिया गया है, और सभी बैंकों को इसके लिए सख्ती से निर्देश दिए गए हैं।
क्यों किया गया बदलाव?
अभी तक जो व्यवस्था थी, उसमें एक व्यक्ति अगर अपने लोन की आखिरी किस्त चुका देता था या कोई ड्यू क्लियर कर देता था, तो उसका सिबिल स्कोर अगले महीने या कई बार 40-45 दिन बाद अपडेट होता था। इस देरी की वजह से उसे लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने में दिक्कत होती थी, जबकि वह सही तरीके से भुगतान कर चुका होता था।
RBI को यह समस्या लंबे समय से रिपोर्ट की जा रही थी, और ग्राहकों के हित को देखते हुए यह नया नियम लाया गया है ताकि सही समय पर सही स्कोर दिखे और लोन प्रोसेस आसान हो सके।
इससे आम लोगों को क्या फायदा होगा?
- लोन अप्रूवल में तेजी आएगी:
अब जैसे ही आप अपने पुराने लोन को चुकाएंगे या कोई पेमेंट समय से करेंगे, उसका रिकॉर्ड 15 दिनों के भीतर अपडेट हो जाएगा। इससे आपका सिबिल स्कोर तेजी से सुधरेगा और नए लोन लेने में आसानी होगी। - गलत स्कोर से बचाव:
पहले कभी-कभी ऐसा होता था कि स्कोर अपडेट नहीं होने के कारण लोन रिजेक्ट हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि हर दो हफ्ते में डेटा अपडेट होगा। - क्रेडिट हिस्ट्री ट्रैक करना होगा आसान:
आप भी समय-समय पर अपना CIBIL स्कोर चेक कर पाएंगे और देख सकेंगे कि कौन-सा पेमेंट कब अपडेट हुआ। इससे ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी। - फ्रॉड से सुरक्षा:
किसी भी गड़बड़ी या गलत जानकारी को समय रहते पकड़ना आसान होगा। हर 15 दिन की रिपोर्टिंग से अगर कोई अनजान लोन या गलत एंट्री होती है तो तुरंत पता चल सकता है।
बैंकों को क्या करना होगा?
RBI ने बैंकों और NBFCs को साफ निर्देश दिए हैं कि अब क्रेडिट डेटा रिपोर्टिंग महीने में दो बार जरूरी होगी। अगर कोई संस्था ऐसा नहीं करती है तो उस पर नियामकीय कार्रवाई भी की जा सकती है।
साथ ही, बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि अगर कोई ग्राहक अपने कर्ज को समय से चुका रहा है, तो उसकी जानकारी बिना देरी के क्रेडिट ब्यूरो को दी जाए।
CIBIL स्कोर को कैसे बनाए रखें मजबूत?
इस नियम से फायदा उठाने के लिए जरूरी है कि आप खुद भी अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने की जिम्मेदारी लें। इसके लिए:
- लोन या क्रेडिट कार्ड की EMI समय पर चुकाएं
- क्रेडिट कार्ड का बिल कभी भी मिनिमम अमाउंट पर न रोकें, पूरा बिल भरें
- अगर कोई लोन क्लोज करते हैं तो उसका एनओसी लें
- बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई न करें
- समय-समय पर अपना क्रेडिट रिपोर्ट चेक करते रहें
RBI का यह फैसला एक बहुत ही सकारात्मक कदम है, जिससे लाखों लोन लेने वाले ग्राहकों को फायदा होगा। यह नियम खासतौर पर उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है जो समय पर भुगतान करते हैं लेकिन अपडेट की देरी के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ता था।
अब हर 15 दिन में सिबिल स्कोर अपडेट होने से लोन प्रोसेस तेज होगा, ग्राहकों को सही स्कोर मिलेगा और बैंकों को भी लोन देने में रिस्क कम लगेगा। अगर आप भी लोन लेने की सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए एक शानदार मौका हो सकता है – बस अपनी क्रेडिट हेल्थ सही बनाए रखें और नए नियम का भरपूर फायदा उठाएं