CUET 2025 Cut Off – कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी CUET 2025 की परीक्षा हाल ही में 3 जून को संपन्न हुई और अब सभी छात्र और अभिभावक बेसब्री से कटऑफ और एडमिशन प्रक्रिया की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन इस बार की परीक्षा और उसमें पूछे गए सवालों को देखकर छात्रों को थोड़ी राहत मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार पेपर का पैटर्न बदला हुआ था और कठिनाई स्तर भी पिछले सालों की तुलना में ज्यादा रहा, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कटऑफ में भारी गिरावट आ सकती है।
तो चलिए आपको आसान और कैजुअल भाषा में बताते हैं कि CUET 2025 का पूरा सीन क्या है, कितनी सीटें हैं, कटऑफ क्या रहने वाली है और आगे क्या करना है।
पेपर का पैटर्न रहा चुनौतीपूर्ण
इस साल CUET का फॉर्मेट थोड़ा बदला गया था। पेपर में 50 सवाल दिए गए थे लेकिन उनमें से सिर्फ 40 सवाल हल करने थे। अब आप सोचेंगे कि ये तो आसान होना चाहिए, लेकिन twist ये था कि सवालों की भाषा और लेवल पहले से ज्यादा कठिन था।
बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर के एक्सपर्ट्स भी मान रहे हैं कि कई विषयों में सवाल पूरी तरह से नए तरह के थे, खासकर नॉन-साइंस स्ट्रीम में। इसका मतलब साफ है कि छात्रों को उम्मीद से कम मार्क्स मिल सकते हैं, और इसी वजह से कटऑफ में गिरावट आ सकती है।
कटऑफ गिरने की उम्मीद, छात्रों को राहत
पिछले सालों की तुलना में इस बार कटऑफ काफी नीचे जाने की संभावना है। जहां पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुछ टॉप कोर्सेस में कटऑफ 990 से ऊपर जाती थी, वहीं इस बार 930 से 950 के बीच रहने का अनुमान है।
ये उन छात्रों के लिए बहुत अच्छी खबर है जो पिछले साल 5-10 नंबर से पीछे रह गए थे। अब उनके पास दोबारा मौका है अपने पसंदीदा कॉलेज और कोर्स में दाखिला पाने का।
3 लाख से ज्यादा सीटें, विकल्प भी ज्यादा
इस बार CUET के जरिए करीब 3 लाख से ज्यादा सीटों पर एडमिशन मिलेगा। पूरे भारत में 285 केंद्रों और विदेश के 15 केंद्रों पर परीक्षा हुई। परीक्षा में 13 भाषाओं और 27 विषयों में कुल 37 पेपर शामिल किए गए।
दिल्ली यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU), जामिया मिल्लिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU), बीबीएमकेयू जैसे टॉप यूनिवर्सिटी CUET के जरिए ही एडमिशन लेती हैं।
इस बार खास बात ये है कि कुछ नए जमाने के कोर्स भी एडमिशन प्रक्रिया में जोड़े गए हैं, जैसे:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- डेटा एनालिटिक्स
- फॉरेंसिक साइंस
- साइबर सिक्योरिटी
इन कोर्स में युवाओं की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है और यूनिवर्सिटीज़ भी अब इन्हें ज्यादा प्राथमिकता दे रही हैं।
एडमिशन पोर्टल जल्द होगा लाइव
दिल्ली यूनिवर्सिटी और अन्य यूनिवर्सिटीज़ का एडमिशन पोर्टल जल्द ही एक्टिव होने वाला है। जैसे ही आपका स्कोर आ जाता है, आप अपनी पसंद के कोर्स और कॉलेज को प्राथमिकता के आधार पर चुन सकेंगे।
पिछले साल लगभग 13.5 लाख छात्रों ने CUET में हिस्सा लिया था और इस बार यह आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता है। ऐसे में कॉम्पिटीशन तो रहेगा, लेकिन पेपर की कठिनाई को देखकर ऐसा लग रहा है कि बहुत सारे छात्रों को फायदा मिल सकता है।
क्या करें अगर स्कोर कम आया?
अगर आपको लगता है कि इस बार आपका स्कोर उतना अच्छा नहीं है जितनी उम्मीद थी, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि जब पेपर सबके लिए कठिन रहा है, तो कटऑफ भी उसी हिसाब से कम होगी। कई बार कम स्कोर के बावजूद भी अच्छी रैंक मिल जाती है।
तो बस एडमिशन पोर्टल का इंतजार करें और शांत दिमाग से अपने विकल्पों की लिस्ट तैयार करें। कई यूनिवर्सिटी में सेकंड और थर्ड राउंड में भी एडमिशन का मौका मिलता है, इसलिए जल्दबाज़ी न करें।
कुछ जरूरी बातें जो आपको याद रखनी चाहिए:
- कटऑफ इस बार कम जा सकती है, इसलिए स्कोर देखकर घबराएं नहीं।
- नए कोर्सेज में भी मौका तलाशें – AI, डेटा साइंस, आदि अब करियर के बड़े ऑप्शन हैं।
- एडमिशन पोर्टल खुलते ही जल्दी से रजिस्ट्रेशन कर लें।
- पहली पसंद के साथ-साथ बैकअप ऑप्शन भी रखें।
- कॉलेजों की वेबसाइट से जुड़े रहें – हर यूनिवर्सिटी की प्रक्रिया थोड़ी अलग हो सकती है।
CUET 2025 की परीक्षा भले ही कठिन रही हो, लेकिन इसका फायदा बहुत से छात्रों को मिलने वाला है। कटऑफ में गिरावट और सीटों की संख्या बढ़ने से उन लाखों छात्रों को राहत मिलेगी जो अच्छे कॉलेज का सपना देख रहे थे।
तो अगर आपने ईमानदारी से मेहनत की है, तो घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं। बस अब एडमिशन प्रक्रिया को ध्यान से समझें, सही समय पर रजिस्ट्रेशन करें और विकल्पों को लेकर लचीलापन रखें।
CUET का रिजल्ट आपके हाथ में न सही, लेकिन अगले कदम की प्लानिंग पूरी तरह आपके कंट्रोल में है।