E-Certificate System – अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने का जमाना गया। अगर आप भी कभी जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र या फिर विवाह प्रमाण पत्र के लिए घंटों लाइन में लगे हैं, बाबुओं के आगे-पीछे चक्कर काटे हैं, तो अब आपके लिए एक जबरदस्त खुशखबरी है।
राजस्थान सरकार ने एक ऐसी ऑनलाइन सुविधा शुरू की है जिससे इन सभी जरूरी प्रमाण पत्रों की डिजिटल कॉपी अब सीधा आपके WhatsApp पर भेजी जाएगी – वो भी बिल्कुल फ्री में!
चलिए आपको इस पूरी नई सुविधा की जानकारी एकदम सरल भाषा में देते हैं।
अब सरकारी दफ्तर नहीं, मोबाइल ही बना दफ्तर
राजस्थान सरकार ने डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। अब आपको जन्म, मृत्यु या विवाह प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बार-बार नगरपालिका या पंचायत के चक्कर नहीं काटने होंगे।
इस नई व्यवस्था के तहत बस एक बार आपको पंजीयन के लिए उप-रजिस्ट्रार कार्यालय जाना होगा और वहीं से पूरी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
व्हाट्सऐप पर सर्टिफिकेट? हां, बिल्कुल!
अब जैसे ही आप पंजीयन कराते हैं, उसी समय फॉर्म में जो मोबाइल नंबर आप दर्ज करेंगे (जो WhatsApp पर एक्टिव हो), उसी नंबर पर कुछ ही घंटों में एक लिंक भेज दिया जाएगा। उस लिंक को खोलते ही आप PDF फॉर्मेट में प्रमाण पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
ना एजेंट की ज़रूरत, ना बाबू से बहस। सबकुछ सीधा-सादा और स्मार्ट।
कितनी जल्दी मिलेगा प्रमाण पत्र?
नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) ने इस पूरे सिस्टम को तैयार किया है। अधिकारियों के मुताबिक फॉर्म भरने के 12 से 15 घंटे के अंदर-अंदर प्रमाण पत्र तैयार होकर मोबाइल नंबर पर भेजा जा रहा है।
मतलब – आज आवेदन किया, तो कल तक आपके हाथ में सर्टिफिकेट!
शुक्रवार को ही 12,000 से ज्यादा सर्टिफिकेट जारी
इस नई व्यवस्था की शुरुआत होते ही जबरदस्त रिस्पॉन्स देखने को मिला। सिर्फ शुक्रवार को ही राज्य भर में 12,000 से ज्यादा प्रमाण पत्र डिजिटल रूप से भेजे गए।
इनमें:
- लगभग 8,000 जन्म प्रमाण पत्र
- करीब 2,000 मृत्यु प्रमाण पत्र
- और 1,800 विवाह प्रमाण पत्र शामिल थे।
यह दिखाता है कि सिस्टम बिल्कुल एक्टिव और कार्यशील है।
पूरे राज्य में 15,000 पंजीयन केंद्र
राजस्थान के कोने-कोने में लगभग 15,000 पंजीयन केंद्र चालू हैं। इससे ना केवल शहरों में रहने वाले लोगों को फायदा मिलेगा, बल्कि गांवों में रहने वाले लोग भी अब आसानी से इस सुविधा का लाभ उठा पाएंगे।
पहले कितने पैसे लगते थे?
अब तक प्रमाण पत्र बनवाने में जेब ढीली करनी पड़ती थी:
- जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्र: ₹50
- विवाह प्रमाण पत्र: ₹110 से ₹200 तक
लेकिन अब ये सारी सेवाएं पूरी तरह निशुल्क कर दी गई हैं। इससे राज्य के लाखों नागरिकों को आर्थिक राहत भी मिलेगी और फिजूलखर्ची से छुटकारा भी।
व्हाट्सऐप नंबर देना जरूरी क्यों है?
NIC के टेक्निकल डायरेक्टर अमित अग्रवाल ने बताया कि देश में पहली बार ऐसी सुविधा राजस्थान में शुरू हुई है। उन्होंने ये भी साफ किया है कि जब आप फॉर्म भरें, तो जरूर उस मोबाइल नंबर को ही दें जिस पर WhatsApp चालू हो।
क्योंकि सर्टिफिकेट का लिंक सीधे WhatsApp पर भेजा जाएगा, SMS या ईमेल से नहीं।
पहले क्या झेलना पड़ता था?
पुरानी व्यवस्था में लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ती थीं।
- शहरी इलाकों में घंटों की लाइन
- ग्रामीण इलाकों में 10 से 15 दिन का इंतजार
- कई बार बाबू छुट्टी पर होता था
- कुछ लोग एजेंट्स से पैसे देकर काम करवाते थे
अब इन सभी झंझटों से छुटकारा मिल जाएगा।
आवेदन कैसे करें?
नई व्यवस्था के तहत प्रक्रिया बेहद आसान है:
- नजदीकी उप-रजिस्ट्रार कार्यालय जाएं।
- फॉर्म भरें और अपना WhatsApp नंबर दर्ज करें।
- फॉर्म जमा करते ही सिस्टम में एंट्री हो जाएगी।
- 12–15 घंटे में मोबाइल पर लिंक आएगा।
- लिंक खोलकर PDF सर्टिफिकेट डाउनलोड करें।
बस! इतना आसान है।
क्या हैं इस सुविधा के फायदे?
- समय की बचत – घंटों की लाइन से मुक्ति
- पैसे की बचत – सबकुछ फ्री
- पारदर्शिता – कोई एजेंट या दलाल नहीं
- सुविधा – मोबाइल से घर बैठे सर्टिफिकेट
- डिजिटल गवर्नेंस – बिना पेपर और बिना टेंशन
राजस्थान सरकार की यह नई पहल वाकई में एक स्मार्ट गवर्नेंस का उदाहरण है। ना सिर्फ इससे आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और कार्यकुशलता भी बढ़ेगी।
अगर आप राजस्थान के नागरिक हैं, तो अब देर न करें। अगली बार जब भी आपको किसी सर्टिफिकेट की जरूरत हो, बस अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करवाएं और WhatsApp पर सर्टिफिकेट पाएं – फ्री में और बिना टेंशन के।