Gold Rate – अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो सोने की चमक पर भरोसा करते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। इन दिनों सोना सिर्फ जेवरात नहीं रहा, बल्कि निवेश का एक दमदार जरिया बन गया है। खासकर जब बाजार में हलचल हो, शेयरों में उतार-चढ़ाव हो और महंगाई बढ़ रही हो – तब लोग सोने की ओर तेजी से भागते हैं। और अभी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है।
MCX और स्थानीय सर्राफा बाजार – दोनों जगह सोने की चमक उफान पर है। दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में तो 24 कैरेट सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम को छू चुका है। और अब विशेषज्ञों का कहना है कि अगस्त-सितंबर 2025 तक सोने की कीमतें 1.05 लाख से ऊपर भी जा सकती हैं।
तो आखिर ऐसा क्या हो रहा है बाजार में जो सोना इतना भाग रहा है? चलिए आपको पूरे मजे से समझाते हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में जबरदस्त उछाल
शुरुआत करें हाल की बातों से। सिर्फ पिछले 7 दिन में सोने की कीमत में करीब ₹3700 की बढ़ोतरी हुई है। यानी लगभग ₹500 रोज का उछाल। 22 कैरेट सोना भी पीछे नहीं है – उसमें भी ₹3400 की तेजी देखी गई है। ये कोई छोटी-मोटी हलचल नहीं, बल्कि सीधा लोगों की जेब और निवेश की रणनीति पर असर डाल रही है।
वजहें क्या हैं इस जबरदस्त तेजी की?
- रुपया कमजोर, डॉलर मजबूत:
जब भी भारतीय रुपया गिरता है और डॉलर मजबूत होता है, तब आयात महंगा हो जाता है। और सोना तो भारत में ज्यादातर आयात ही होता है। तो दाम बढ़ना तय है। - मिडल ईस्ट का टेंशन:
इजराइल और ईरान के बीच का तनाव बढ़ता जा रहा है। जब भी दुनियाभर में अनिश्चितता होती है, लोग सोने को सुरक्षित निवेश मानकर उसमें पैसा लगाते हैं। - महंगाई का डर:
भारत ही नहीं, दुनिया के कई हिस्सों में महंगाई बढ़ रही है। ऐसे में लोग बैंक में पैसे रखने के बजाय सोने में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद मान रहे हैं। - डॉलर के मुकाबले बाकी करेंसी कमजोर:
इससे भी सोना महंगा हो रहा है। ग्लोबल निवेशक भी बड़ी तादाद में सोना खरीद रहे हैं।
लोकल मार्केट का हाल – सर्राफा बाजार में भी उछाल
दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, पटना जैसे शहरों में 24 कैरेट सोना ₹99,750 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका है। वहीं 22 कैरेट सोना ₹95,000 के करीब बिक रहा है।
इससे सर्राफा व्यापारियों की चांदी हो गई है। पुराने स्टॉक की कीमत बढ़ गई है और लोग भी डर के मारे “अभी ले लो” वाली सोच के साथ खरीदारी कर रहे हैं। खासकर छोटे इन्वेस्टर्स अब 1 ग्राम, 2 ग्राम वाले गोल्ड कॉइन भी लेने लगे हैं।
एक महीने का आंकड़ा देखें तो होश उड़ जाएंगे
15 मई 2025 को सोना ₹90,890 था और जून आते-आते ये ₹1 लाख को पार कर गया। मतलब एक महीने से भी कम में ₹10,000 तक की छलांग – यानी करीब 11% का रिटर्न। अब बताइए, कौन-सा FD या म्यूचुअल फंड इतना दे रहा?
क्या अगस्त-सितंबर तक बढ़ेगा और?
एक्सपर्ट्स की मानें तो हां। अगर इंटरनेशनल टेंशन बना रहा, रुपया कमजोर रहा और त्योहारी सीजन ने डिमांड बढ़ाई – तो सोना ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। यानी अभी जो लोग खरीद रहे हैं, उन्हें आगे फायदा हो सकता है।
लेकिन ये बाजार है – गिरावट भी उतनी ही तेज हो सकती है। मई में ही देखिए, 22 अप्रैल से 15 मई तक सोना ₹99,358 से गिरकर ₹90,890 तक आ गया था। इसलिए एकदम आंख बंद करके निवेश करने से बचिए।
निवेशकों के लिए क्या है प्लान?
अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो ये कुछ स्मार्ट तरीके हो सकते हैं:
- SIP के जरिए गोल्ड में निवेश करें:
थोड़ा-थोड़ा कर के हर महीने गोल्ड ETF या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) में पैसा लगाइए। - फिजिकल गोल्ड से बचे:
लॉकर, चोरी का डर और मेकिंग चार्ज – इन सबसे छुटकारा चाहिए तो डिजिटल गोल्ड या गोल्ड फंड बेहतर हैं। - पहले से सोना लिया है? तो पोर्टफोलियो रिव्यू करें:
ज़रूरत हो तो कुछ हिस्सा मुनाफे में बेचकर बाकी में दोबारा SIP शुरू करें।
आम जनता के लिए क्या मतलब?
त्योहार, शादी-ब्याह या निवेश – सोना हमारे जीवन में कई तरीकों से जुड़ा होता है। ऐसे में अगर कीमतें लगातार चढ़ती हैं, तो आम आदमी की जेब पर असर पड़ता है। बहुत लोग अब छोटे टुकड़ों में सोना खरीद रहे हैं – 1 ग्राम, 2 ग्राम या सोने के सिक्के।
देखिए, मार्केट अनिश्चित है। लेकिन सोने में जो तेजी है, वो कुछ समय तक बनी रह सकती है। अगस्त-सितंबर 2025 तक ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक की उम्मीद लगाई जा रही है। हां, इसमें उतार-चढ़ाव जरूर होगा, लेकिन लंबे समय के लिए ये एक सुरक्षित विकल्प बना हुआ है।