Gold Silver Price – अगर आप भी सोना खरीदने या उसमें निवेश करने की सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए काफी काम की है। 21 जून 2025 को सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है, जबकि चांदी के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। खासकर भोपाल, इंदौर और रायपुर जैसे मध्य भारत के बड़े शहरों में सोने की कीमत में एक जैसा उछाल देखा गया है। ऐसे में समझना जरूरी है कि अब निवेशकों के लिए क्या सही समय है और बाजार का ट्रेंड क्या इशारा कर रहा है।
भोपाल में सोना महंगा, चांदी बनी रही शांत
राजधानी भोपाल में आज सोने की चमक और तेज हो गई। गुरुवार तक जो 22 कैरेट सोना ₹92,800 प्रति 10 ग्राम पर मिल रहा था, वो अब ₹93,450 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है। वहीं, अगर बात करें 24 कैरेट सोने की तो उसकी कीमत ₹97,440 से बढ़कर ₹98,120 प्रति 10 ग्राम हो गई है।
लेकिन चांदी की बात करें तो वहाँ कोई हलचल नहीं दिखी। गुरुवार को 1 किलो चांदी ₹1,22,000 में मिल रही थी और आज भी यही रेट कायम है। यानी चांदी ₹120 प्रति ग्राम के भाव पर स्थिर बनी हुई है।
इंदौर में सोने-चांदी दोनों का बाजार स्थिर
इंदौर में सोने की कीमतें जरूर तेज हुई थीं लेकिन वो पिछले दिन की ही दर पर बनी हुई हैं। यहां भी 22 कैरेट सोना ₹93,450 और 24 कैरेट सोना ₹98,120 प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। यह दिखाता है कि इंदौर में कीमतें अभी फिलहाल स्थिर हैं लेकिन ऊपर की दिशा में बनी हुई हैं।
चांदी की बात करें तो इंदौर में भी वही हाल है – ना बढ़त, ना गिरावट। चांदी यहां भी ₹1,22,000 प्रति किलो और ₹120 प्रति ग्राम की दर से बिक रही है। मतलब निवेशकों को चांदी में कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा।
रायपुर में भी सोने की चमक बरकरार
रायपुर की बात करें तो यहां भी बाजार ने सोने को लेकर वही ट्रेंड दिखाया है जो भोपाल और इंदौर में देखने को मिला। यहां 22 कैरेट सोना ₹93,450 प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट ₹98,120 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।
चांदी भी रायपुर में स्थिर रही और कोई बदलाव दर्ज नहीं हुआ। अभी भी वहां चांदी ₹1,22,000 प्रति किलो और ₹120 प्रति ग्राम पर मिल रही है।
क्यों बढ़ रहे हैं सोने के दाम?
अब सवाल आता है कि आखिर सोने की कीमत में अचानक उछाल क्यों देखा जा रहा है? दरअसल, इसके पीछे कुछ अंतरराष्ट्रीय फैक्टर काम कर रहे हैं:
- डॉलर की कमजोरी – जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोने में निवेश करने वाले लोगों की संख्या बढ़ जाती है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग में बढ़ोतरी – दुनियाभर में सोने की डिमांड एक बार फिर बढ़ रही है, जिससे कीमतें चढ़ रही हैं।
- स्थानीय बाजार में फेस्टिव सीजन और शादियों की मांग – देश में शादी-ब्याह का सीजन चल रहा है, जिससे लोकल डिमांड बढ़ रही है।
चांदी क्यों बनी हुई है स्थिर?
अब चांदी की बात करें तो उसके भाव में कोई खास बदलाव नहीं दिखा। इसकी वजह ये मानी जा रही है कि:
- औद्योगिक मांग स्थिर बनी हुई है।
- निवेशकों का फोकस अभी गोल्ड पर ज्यादा है।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चांदी की ट्रेडिंग में ज्यादा हलचल नहीं दिख रही।
इसका मतलब ये है कि चांदी का बाजार इस वक्त संतुलन में है और इसमें फिलहाल बड़ी उथल-पुथल की संभावना नहीं है।
निवेशकों के लिए क्या है सही कदम?
अब बात आती है आम निवेशकों की। अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए:
- अगर आपने पहले से प्लान किया है, तो जल्दी खरीद लेना बेहतर हो सकता है, क्योंकि आने वाले दिनों में कीमतें और ऊपर जा सकती हैं।
- सोना लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है।
वहीं चांदी को लेकर अभी बाजार में स्थिरता है, जो दर्शाता है कि यह छोटे और मध्यम निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है।
बाजार में आगे क्या हो सकता है?
आने वाले हफ्तों में यह देखा जाएगा कि:
- क्या डॉलर और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में और गिरावट आती है?
- घरेलू डिमांड में कितना और इजाफा होता है?
- सोने में बढ़त कितनी स्थिर रहती है?
अगर ये सारे फैक्टर यथावत बने रहते हैं, तो यह संभव है कि सोने की कीमतें ₹99,000 से ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के स्तर को भी छू सकती हैं।
21 जून 2025 को मध्य भारत के तीन बड़े शहरों में सोने की कीमतों में इजाफा और चांदी के भाव में स्थिरता देखने को मिली। यह संकेत हैं कि सोने में अभी निवेश का माहौल बना हुआ है, जबकि चांदी थोड़ी देर के लिए ठहरी है।
अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो अभी सही जानकारी जुटाकर सोने या चांदी में निवेश करने का यह एक अच्छा मौका हो सकता है। बस ध्यान रखें कि आप अपने बजट, जरूरत और जोखिम को समझकर ही कोई फैसला लें।