Gratuity Rules 2025 – अगर आप एक प्राइवेट या सरकारी नौकरी कर रहे हैं और आपकी सैलरी ₹35,000 के आसपास है, तो आपके लिए 2025 एक जबरदस्त तोहफा लेकर आया है। सरकार ने ग्रैच्युटी के नए नियम 2025 के तहत कुछ बड़े बदलाव किए हैं, जिससे अब मिडल इनकम ग्रुप के कर्मचारियों को भी लाखों रुपये का सीधा फायदा मिलने वाला है।
यह बदलाव खासकर उन कर्मचारियों के लिए बेहद फायदेमंद है जो लंबे समय से एक ही कंपनी में काम कर रहे हैं और अपने भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं। अब उन्हें ग्रैच्युटी के रूप में ज्यादा रकम मिलेगी और टैक्स छूट का भी फायदा मिलेगा।
क्या है ग्रैच्युटी और क्यों होती है ये इतनी जरूरी?
ग्रैच्युटी एक तरह का रिटायरमेंट बेनिफिट है जो कंपनी की ओर से कर्मचारी को उसके लंबे समय की सेवा के बदले दिया जाता है। जब कोई कर्मचारी नौकरी छोड़ता है, रिटायर होता है या किसी कारणवश उसकी मृत्यु हो जाती है, तब ग्रैच्युटी की रकम मिलती है।
यह एक प्रकार से कर्मचारी के लिए ‘थैंक यू बोनस’ होता है, जिससे वो अपने रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को आर्थिक रूप से थोड़ा सुरक्षित बना सके।
2025 में क्या-क्या बदलाव हुए हैं?
ग्रैच्युटी नियम 2025 के तहत सरकार ने कुछ बड़े पॉइंट्स को अपडेट किया है, जिनमें ये प्रमुख हैं:
- अब अधिकतम ग्रैच्युटी की सीमा ₹20 लाख से बढ़ाकर ₹25 लाख कर दी गई है।
- 5 साल की सेवा के बाद ही कर्मचारी ग्रैच्युटी के पात्र होंगे।
- सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों पर यह नियम समान रूप से लागू होंगे।
इसका मतलब ये हुआ कि अब एक सामान्य सैलरी वाले कर्मचारी को भी पहले से ज्यादा ग्रैच्युटी मिलेगी और टैक्स छूट भी भरपूर मिलेगी।
कैसे होती है ग्रैच्युटी की कैलकुलेशन?
ग्रैच्युटी की गणना एक साधारण फॉर्मूले से होती है:
(अंतिम वेतन × सेवा वर्ष × 15) / 26
यहाँ,
- अंतिम वेतन = बेसिक सैलरी + महंगाई भत्ता (DA)
- सेवा वर्ष = जितने साल आपने उस कंपनी में काम किया
- 15 को 26 से इसलिए भाग दिया जाता है क्योंकि औसतन एक महीने में 26 वर्किंग डेज होते हैं
उदाहरण के तौर पर, अगर आपकी सैलरी ₹35,000 है और आपने 6 साल नौकरी की है, तो आपको लगभग ₹1.41 लाख की ग्रैच्युटी मिलेगी।
टैक्स छूट का फायदा कैसे मिलेगा?
अब बात करते हैं टैक्स छूट की। ग्रैच्युटी की राशि पर टैक्स कैसे लगेगा ये आपकी नौकरी के प्रकार और ग्रैच्युटी की राशि पर निर्भर करता है।
वेतन | ग्रैच्युटी राशि | टैक्स छूट |
---|---|---|
₹35,000 | ₹1.41 लाख | पूरी तरह टैक्स फ्री |
₹50,000 | ₹2 लाख | आंशिक टैक्स छूट |
₹75,000 | ₹3 लाख | आंशिक टैक्स छूट |
₹1 लाख | ₹5 लाख | आंशिक टैक्स छूट |
सरकारी कर्मचारियों को पूरी ग्रैच्युटी राशि पर टैक्स छूट मिलती है, जबकि निजी कर्मचारियों को अधिकतम ₹25 लाख तक की छूट दी जाती है।
ग्रैच्युटी के लिए आवेदन कैसे करें?
ग्रैच्युटी पाने के लिए आपको कोई बहुत भारी-भरकम प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता। बस कुछ जरूरी कदम उठाने होते हैं:
- HR विभाग से संपर्क करें
- आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ जैसे सेवा प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण लगाएं
- रिटायरमेंट या नौकरी छोड़ने के एक महीने के भीतर आवेदन करें
- मृत्यु की स्थिति में नॉमिनी को आवेदन करना होता है
कोई आवेदन शुल्क नहीं लगता, और प्रक्रिया अब पहले से कहीं ज्यादा सरल और डिजिटल हो गई है।
ग्रैच्युटी बनाम अन्य फायदे
लाभ का प्रकार | कब मिलता है | अधिकतम लाभ |
---|---|---|
पीएफ | नौकरी के दौरान | कोई सीमा नहीं |
ग्रैच्युटी | सेवा के अंत में | ₹25 लाख |
जीवन बीमा | मृत्यु पर | पॉलिसी के अनुसार |
स्वास्थ्य बीमा | बीमारी में | पॉलिसी के अनुसार |
इस तुलना से साफ है कि ग्रैच्युटी आपकी नौकरी के अंत में एक बड़ा सहारा बनती है, खासकर तब जब आप किसी अन्य इनकम सोर्स पर निर्भर नहीं रहते।
ग्रैच्युटी नियम 2025 वाकई नौकरीपेशा लोगों के लिए एक बड़ा तोहफा है। इससे न सिर्फ उनकी सेवा के अंत में एक बड़ा वित्तीय सहारा मिलेगा, बल्कि रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को भी आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाया जा सकेगा।
अगर आपकी सैलरी ₹35,000 है और आपने 5 साल से ज्यादा समय किसी एक कंपनी में दे दिया है, तो अब आपको कम से कम ₹1.41 लाख का फायदा मिलने वाला है – वो भी टैक्स फ्री।
इसलिए अभी से अपने HR से बात करें, दस्तावेज तैयार रखें और ग्रैच्युटी का फायदा उठाएं।