NCTE B.Ed Course – अगर आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत ज़रूरी है। अब तक शिक्षक बनने के लिए दो साल का बीएड (B.Ed) कोर्स करना पड़ता था, लेकिन राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने इसको लेकर बड़ी घोषणा कर दी है। 2026-27 से 1 वर्षीय बीएड कोर्स फिर से शुरू होने वाला है। साथ ही 2025 से बीएड कोर्स से जुड़ी कई नीतियों में बड़ा बदलाव किया जा रहा है।
तो आइए, जानते हैं इन बदलावों का आपके भविष्य पर क्या असर पड़ेगा और अब शिक्षक बनने के लिए क्या-क्या करना होगा।
क्या है नया नियम बीएड को लेकर?
NCTE के नए नियम के मुताबिक अब बीएड कोर्स केवल उन्हीं कॉलेजों में चल पाएगा जो मल्टीडिसिप्लिनरी होंगे, यानी जहां B.A., B.Sc., B.Com जैसे दूसरे कोर्स भी चल रहे हों। मतलब अगर किसी कॉलेज में सिर्फ बीएड ही चल रहा है, तो अब उसे या तो बंद करना होगा या फिर पास के किसी बहुविषयक संस्थान में मर्ज होना पड़ेगा।
इसका मकसद है कि बीएड करने वाले छात्रों को एक बेहतर, व्यापक और विविधतापूर्ण शैक्षणिक माहौल मिले ताकि वे ज्यादा अच्छे शिक्षक बन सकें।
अब 1 साल में पूरा होगा बीएड!
अब सबसे बड़ी खबर – 2026-27 सत्र से 1 वर्षीय बीएड कोर्स दोबारा शुरू किया जाएगा।
यह कोर्स उन छात्रों के लिए होगा जिन्होंने:
- चार वर्षीय इंटीग्रेटेड स्नातक कोर्स किया हो जैसे BA-B.Ed, B.Sc-B.Ed आदि
- या फिर पोस्ट ग्रेजुएशन कर रखी हो यानी MA, M.Sc आदि
वहीं, जिन छात्रों ने सिर्फ तीन साल का सामान्य स्नातक कोर्स किया है (जैसे B.A., B.Sc.) उन्हें पहले की तरह 2 साल वाला बीएड करना होगा।
बीएड कोर्स में एडमिशन के लिए योग्यता क्या होगी?
- कम से कम 50% अंक स्नातक या स्नातकोत्तर में होना जरूरी है।
- आरक्षित वर्ग जैसे SC/ST के लिए 5% की छूट है।
- कोर्स में पढ़ाई जाने वाली चीजें होंगी – बाल विकास, शिक्षण विधियां, मूल्यांकन प्रक्रिया, स्कूल में इंटर्नशिप आदि।
अब एमएड भी होगा 1 साल का!
बीएड की ही तरह अब M.Ed (मास्टर ऑफ एजुकेशन) को भी 1 वर्षीय कोर्स के रूप में शुरू किया जा रहा है। यह कोर्स उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा जो पहले से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और अब अपने स्किल्स को और बेहतर बनाना चाहते हैं।
इस कोर्स में आपको मिलेगा:
- शिक्षा नीति निर्माण का ज्ञान
- शैक्षणिक प्रशासन में काम करने का मौका
- पाठ्यक्रम विकास की ट्रेनिंग
- नेतृत्वकारी भूमिका के लिए तैयारी
ITEP: अब स्नातक के साथ ही बीएड भी करें
NCTE अब चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत स्टूडेंट्स एक ही कोर्स में ग्रेजुएशन और बीएड दोनों कर सकेंगे। उदाहरण:
- BA-B.Ed
- BSc-B.Ed
- BCom-B.Ed
यह कोर्स 2025-26 सत्र से लागू किया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि:
- पढ़ाई में समय बचेगा
- ग्रेजुएशन खत्म होते ही आप शिक्षक बनने के लिए पूरी तरह तैयार होंगे
- कोर्स की गुणवत्ता भी बेहतर होगी
ITEP में एडमिशन कैसे मिलेगा?
इन इंटीग्रेटेड कोर्सों में एडमिशन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के जरिए होगा। जो छात्र इस परीक्षा में पास होंगे, वही इस कोर्स में दाखिला ले पाएंगे।
NCTE पहले ही कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को इसके लिए मान्यता दे चुका है, और आने वाले समय में और संस्थानों को शामिल किया जाएगा।
इस बदलाव का छात्रों पर क्या असर पड़ेगा?
- समय की बचत – अब छात्रों को अलग से बीएड के लिए दो साल नहीं निकालने पड़ेंगे।
- पढ़ाई की लागत घटेगी – 1 वर्षीय बीएड या ITEP कोर्स के जरिए कुल खर्च कम होगा।
- क्वालिटी टीचिंग – मल्टीडिसिप्लिनरी माहौल में पढ़ाई करने से छात्रों का एक्सपोज़र बढ़ेगा और वे बेहतर शिक्षक बन सकेंगे।
- कम कॉलेज, ज़्यादा क्वालिटी – सिर्फ उन्हीं कॉलेजों को बीएड की अनुमति दी जाएगी, जो मल्टी-डिसिप्लिनरी होंगे, इससे कोर्स की गुणवत्ता में सुधार होगा।
NCTE के ये नए बदलाव देश में शिक्षक शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने की एक ठोस कोशिश हैं। अगर आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो आपको इन नए नियमों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
अब आपको बेहतर कॉलेज का चुनाव करना होगा, सही कोर्स चुनना होगा और जरूरी हो तो 1 वर्षीय बीएड या ITEP जैसी नई व्यवस्था को अपनाना होगा।
तो अगर आपका सपना है बच्चों को पढ़ाना, तो अब वक्त आ गया है नए नियमों के साथ एक नए सफर की शुरुआत करने का।