NEET Category Wise Cut Off – NEET UG 2025 की परीक्षा हाल ही में हो चुकी है और अब लाखों छात्र रिजल्ट और कट‑ऑफ के इंतजार में हैं। इस साल का पेपर थोड़ा टेढ़ा माना जा रहा है, खासकर बायोलॉजी के सवालों ने अच्छे-अच्छों को सोचने पर मजबूर कर दिया। ऐसे में हर किसी के मन में यही सवाल है – “कितने नंबर पर सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलेगा?” अगर आप भी इसी सवाल में उलझे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है।
यहां हम बात करेंगे NEET 2025 के अनुमानित कैटेगरी वाइज कट‑ऑफ, Safe Score, काउंसलिंग टिप्स, और राज्य कोटे के बारे में – वो सब कुछ जो आपको इस बार सरकारी MBBS सीट दिलाने में मदद करेगा।
1. पेपर का स्तर कैसा था?
इस बार NEET का पेपर थोड़ा कठिन था। फिजिक्स और केमिस्ट्री ने तो ठीक-ठाक साथ निभाया, लेकिन बायोलॉजी ने कुछ ऐसे ट्विस्ट दिए जो कई छात्रों को मुश्किल में डाल गए। इस कारण से संभावना है कि कट‑ऑफ में 10-15 अंकों की गिरावट देखने को मिल सकती है।
2. 2025 अनुमानित कैटेगरी वाइज कट‑ऑफ और Safe Score
कैटेगरी | अनुमानित कट‑ऑफ रेंज | सरकारी कॉलेज के लिए Safe Score |
---|---|---|
General / EWS | 720–162 | 600–640 अंक |
General-PH | 161–144 | 580–630 अंक |
OBC / SC / ST | 161–127 | 500–560 अंक |
SC / OBC-PH | 143–127 | 480–550 अंक |
ST-PH | 142–127 | 470–540 अंक |
यहां Safe Score का मतलब है – वो स्कोर जिस पर सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलने की अच्छी संभावना होती है। लेकिन याद रखें, ये नंबर सिर्फ एक अनुमान हैं, फाइनल कट‑ऑफ काउंसलिंग के दौरान तय होगी।
3. 600+ स्कोर वालों के लिए अच्छी खबर
अगर आपने NEET 2025 में 600 से 650 के बीच स्कोर किया है, तो आप General या EWS कैटेगरी से हैं तो All India Quota (AIQ) में अच्छे सरकारी कॉलेज के चांस्स हैं। वहीं अगर आप OBC, SC या ST से हैं और आपका स्कोर 500–550 के बीच है, तो भी आपके लिए मौके बन सकते हैं।
4. कट‑ऑफ को कौन‑कौन सी चीजें प्रभावित करती हैं?
- परीक्षा का कठिनाई स्तर
- छात्रों की कुल संख्या
- सरकारी MBBS सीटों की उपलब्धता
- आरक्षण नीति (केंद्र और राज्य दोनों)
- स्टेट वाइज सीट डिस्ट्रीब्यूशन
5. NEET का रिजल्ट और कट‑ऑफ कैसे चेक करें?
NEET 2025 का रिजल्ट जून के मध्य तक आने की उम्मीद है। जब रिजल्ट आए, तो आप ऐसे चेक कर सकते हैं:
- ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
- एप्लिकेशन नंबर और डेट ऑफ बर्थ डालें।
- स्कोर कार्ड डाउनलोड करें।
- उसमें दी गई रैंक और कट‑ऑफ से अपनी स्थिति समझें।
6. राज्य कोटे का क्या रोल है?
हर राज्य की अपनी काउंसलिंग होती है। इसमें सीटों का बंटवारा उस राज्य के नियम और आरक्षण के आधार पर होता है। कुछ राज्यों में सरकारी मेडिकल कॉलेज ज्यादा हैं, तो वहां कट‑ऑफ थोड़ी कम होती है। उदाहरण के लिए:
- बिहार, राजस्थान जैसे राज्यों में प्रतियोगिता ज्यादा होने के कारण कट‑ऑफ ऊपर जाती है।
- वहीं उत्तराखंड, हिमाचल जैसे राज्यों में सीटों के मुकाबले आवेदन कम होने पर कम स्कोर में भी सीट मिल सकती है।
इसलिए अपने राज्य की काउंसलिंग वेबसाइट पर नियमित अपडेट लेते रहें।
7. काउंसलिंग में क्या करें?
- समय पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें।
- सभी जरूरी डॉक्यूमेंट तैयार रखें: मार्कशीट, आधार, फोटो, सर्टिफिकेट आदि।
- जितनी ज्यादा कॉलेजों को ऑप्शन में भर सकते हैं, भरिए – ताकि विकल्प खुले रहें।
- Mop-Up राउंड तक बने रहें – कई बार आखिरी में भी सीट मिल जाती है।
8. प्लान B जरूर बनाएं
अगर आपका स्कोर Safe Zone में नहीं है, तो घबराइए नहीं। BDS, BAMS, BHMS, BPT जैसी मेडिकल लाइन की दूसरी ब्रांच में भी अच्छा करियर बनाया जा सकता है। इसके अलावा प्राइवेट कॉलेज, डोमिसाइल कैटेगरी और मैनेजमेंट कोटा भी एक विकल्प हो सकता है – लेकिन फीस का ध्यान रखें।
NEET UG 2025 में सफल होने का मतलब सिर्फ अच्छा स्कोर नहीं, बल्कि सही समय पर सही जानकारी और रणनीति अपनाना भी बहुत जरूरी है। अगर आपने 500 से ऊपर स्कोर किया है, तो उम्मीदें जरूर रखें और काउंसलिंग में पूरे भरोसे के साथ भाग लें। सरकारी कॉलेज पाना कठिन जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं।
हर छात्र को सलाह दी जाती है कि वो:
- नीट की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपडेट रहे।
- अपने राज्य की काउंसलिंग साइट्स पर रजिस्ट्रेशन डेडलाइन देखें।
- और सबसे जरूरी – खुद पर भरोसा रखें।
याद रखें: रिजल्ट जितना जरूरी है, उतनी ही जरूरी है आपकी आगे की तैयारी।